Sunday, March 24, 2019

लोक कथा : नमक : प्रस्तुतकर्ता - ए. राजगोपाल


नमक


राजा शिकार करने (hunting) के लिए गया। 
जब खाना पकने लगा तो पता चला कि रसोइया (Cook) नमक लाना भूल गया। 
बड़े मंत्री (Minister) ने छोटे मंत्री  से कहा - जाओ दौड़कर सामने किसान (Farmer) के घर से नमक ले आओ। 
नमक आ गया। खाना खाने के लिए सज गया।
 राजा ने जैसे ही पहला निवाला (morsel) उठाया। 
उसने मंत्री से पूछा - तुमने नमक के रूपये चुकाये या नहीं।
 मंत्री बोला - महाराज ! चार चुटकी नमक के क्या रूपए! 
बादशाह ने निवाला वापस रख दिया और कहा - जब तक किसान को नमक के रूपए नहीं चुकाओगे, मैं खाना नहीं खाऊँगा। 
अगर राजा के मंत्री ही जनता से मुफ्त लेने लगे तो छोटे कर्मचारी तो जनता को लूट ही लेंगे। 
प्रस्तुतकर्ता – श्री ए. राजगोपाल
मुख्य प्रबंधक (आंतरिक लेखा)
एमएमटीसी, क्षे.का. – चेन्नै।

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